हमको बड़े भले लगते है
बैंड वाले अंकल,
प्यारी - प्यारी धुनें बनाते
बैंड वाले अंकल,
चमक रही रगीली ड्रेस
राजाओं सा सही भेष,
नेपोलियन सा टोप लगाकर
हमें सुनते जिंगल,
बैंड वाले अंकल,
इनके बिना नहीं सज पाती
कोई भी बरात,
थिरक रहे सारे बाराती
सात सुरों के साथ,
तारों जैसे चमक रहे है
जैसे ट्विंकल-ट्विंकल,
बैंड वाले अंकल.
बहुत सुंदर प्रस्तुति...नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति...नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
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