आई है गर्मी की धूम
सूरज को भी चढा जुनून
टप टप टप टप बहे पसीना
हम बच्चों का मुशकिल जीना
बंद हुये सारे स्कूल
पढ़ना लिखना जाओ भूल
घर के अंदर घुसे रहो बस
चटक धूप से हुये विवस
बादल दादा जल्दी आओ
आकार अपना रंग दिखाओ
ठंडी ठंडी बूंदे लाओ
झरने सा पानी बरसाओ
पेट दर्द है हुआ बुखार
पिन्की भी है बहुत बीमार
गर्मी का मौसम बेईमान
मुसकिल मे बच्चों की जान
आइसक्रीम भी कितनी खाये
कैसे पापा को समझाये
गर्मी रानी दुम दबाओ
वर्षा की हरियाली लाओ
-कुशवंश
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 28-04-2016 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2326 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
Sundar Rachna ...
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